हेलो दोस्तों स्वागत है हमारी नई पोस्ट में आज की पोस्ट में, मैं आपको बताऊंगा राजस्थानी चूरमा रेसिपी Rajasthani Churma Recipe in hindi कैसे बनाते है और इसे बनाना भी बहुत ही आसान है। यह खाने में भी बहुत स्वादिष्ट है। आज हम आपको यह बताएँगे की मार्केट जैसी Rajasthani Churma banane ki vidhi और इसे बनाने हम किस-किस सामग्री का उपयोग और Rajasthani Churma ke fayde और इसके बारें में भी detail से जानेंगे। यह झटपट बनकर तैयार हो जाता है इसे बारीक कटे प्याज,और टमाटर के साथ बनाया जाता है अगर आप इस रेसिपी को स्टेप बाई स्टेप फॉलो करते हैं तो आप Rajasthani Churma Recipe in Hindi बहुत आसानी से घर पर बना सकते हैं। इस रेसिपी के माध्यम से आप के समय की बचत तो होगी ही साथ ही साथ आपको एक स्वस्थ और पोषक (healthy and nutritious) सब्जी भी खाने को मिलेगी।
Rajasthani Churma का संक्षिप्त परिचय
राजस्थानी चूरमा राजस्थान की पारंपरिक मिठाइयों में से एक है, जिसे मुख्य रूप से त्योहारों, विशेष अवसरों और राजस्थानी थाली में परोसा जाता है। यह मिठाई बहुत ही सरल सामग्री से बनाई जाती है, जिसमें गेहूं का आटा, घी, और गुड़ या चीनी मुख्य होते हैं। राजस्थान की संस्कृति और खानपान में चूरमा का विशेष स्थान है, और इसे दाल-बाटी के साथ भी परोसा जाता है। इसकी उत्पत्ति राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों से मानी जाती है, जहां मेहनतकश किसान और मजदूर इसे अपने आहार में शामिल करते थे, क्योंकि यह उन्हें तुरंत ऊर्जा और पोषण प्रदान करता था।
चूरमा बनाने की प्रक्रिया साधारण होते हुए भी धैर्य और सावधानी की मांग करती है। इसे बनाने के लिए पहले गेहूं के आटे की लोई बनाकर घी में तली जाती है। जब यह लोई सुनहरी और कुरकुरी हो जाती है, तब इसे हाथों से कुचलकर बारीक चूरमा तैयार किया जाता है। इसके बाद इसमें गुड़ या चीनी मिलाई जाती है, जिससे इसका स्वाद मीठा हो जाता है। अंत में, इसे घी से सजाया जाता है, जो इसके स्वाद और पौष्टिकता को और भी बढ़ा देता है।
स्वाद और पौष्टिकता के अलावा, चूरमा की विशेषता उसकी बनावट में होती है। यह बहुत ही मुलायम और कुरकुरे का अनूठा मेल होता है। यह मिठाई सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं होती, बल्कि इसमें कई पोषण तत्व भी होते हैं। गेहूं का आटा, जो इसका मुख्य घटक है, फाइबर, प्रोटीन और विटामिन बी का अच्छा स्रोत है। गुड़ इसमें मौजूद आयरन और मिनरल्स के कारण शरीर के लिए फायदेमंद होता है, और घी न केवल इसे एक समृद्ध स्वाद देता है, बल्कि यह अच्छे फैटी एसिड का भी स्रोत है, जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं।
राजस्थान के हर कोने में चूरमा का स्वाद थोड़ा अलग हो सकता है। कुछ जगहों पर इसे केवल चीनी से बनाया जाता है, जबकि कुछ स्थानों पर इसे गुड़ से मीठा किया जाता है। इसके अलावा, इसे सूखे मेवों से सजाकर और भी विशेष बनाया जा सकता है। त्योहारों और धार्मिक आयोजनों में इसका विशेष महत्व होता है। चाहे वह होली हो, दिवाली हो, या तीज-त्योहार, चूरमा को विशेष रूप से तैयार किया जाता है और परिवार के सभी सदस्यों के साथ साझा किया जाता है।
राजस्थानी चूरमा न केवल मिठाई के रूप में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह राजस्थान की संस्कृति और परंपराओं से गहरे से जुड़ा हुआ है। यह हमें राजस्थानी जीवन शैली, वहां के लोगों की मेहनत और उनके खाने-पीने की आदतों की झलक देता है। चूरमा राजस्थान के गांवों और कस्बों में पीढ़ियों से बनता आ रहा है, और इसे हर पीढ़ी ने अपने विशेष अंदाज में बनाया और संजोया है।
Rajasthani Churma ke fayde
राजस्थानी चूरमा एक पारंपरिक मिठाई है जो राजस्थान की शान मानी जाती है। यह मुख्य रूप से गेहूं के आटे, गुड़ या चीनी, और घी से बनाई जाती है। इसके कई स्वास्थ्यवर्धक फायदे भी होते हैं:
- ऊर्जा का स्रोत: चूरमा में गुड़ और घी का इस्तेमाल होता है, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं। इसे खाने से थकान दूर होती है और शरीर को ताकत मिलती है।
- पोषक तत्वों से भरपूर: गेहूं के आटे में कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिन बी और मिनरल्स जैसे जिंक और आयरन होते हैं, जो शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं।
- पाचन में मददगार: चूरमा में घी का इस्तेमाल होने के कारण यह पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करता है। घी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और फैटी एसिड पेट की सेहत के लिए अच्छे होते हैं।
- हड्डियों के लिए फायदेमंद: घी और गेहूं के आटे में कैल्शियम और फास्फोरस होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
- बल और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने वाला: गुड़ में मौजूद आयरन और अन्य मिनरल्स रक्त संचार को सुधारते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं।
- वजन बढ़ाने में सहायक: चूरमा में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, इसलिए यह उन लोगों के लिए अच्छा हो सकता है जो वजन बढ़ाना चाहते हैं।
उपकरण चेकलिस्ट | Equipment Checklist
Product | Product Reviews | Check Price |
Pigeon Stainless Steel Kitchen Knives Set of 3 | 4/5 | Buy Now Amazon |
Prestige Non-Stick Omega Deluxe Granite Fry Pan | 4/5 | Buy Now Amazon |
Wooden Utensils Non Stick Spatula Set | 4.7/5 | Buy Now Amazon |
Pigeon by Stovekraft Kitchen Tools | 4.2/5 | Buy Now Amazon |
Washer Bowl for Rice Vegetable & Fruits | 4/5 | Buy Now Amazon |
URBAN CHEF Microwave safe Bowl | 4/5 | Buy Now Amazon |
Affiliate Disclosure: This post contains Amazon affiliate links, i.e., when you buy any product using the links below, we get commissions. but it doesn’t cost you anything extra. If you do purchase any product using the given links, we thank you in advance!
Rajasthani Churma recipe in hindi| राजस्थानी चूरमा रेसिपी
Ingredients
सामग्री:
- गेहूं का आटा – 2 कप
- घी – 1/2 कप लोई बनाने के लिए + 1/2 कप (चूरमा में मिलाने के लिए)
- गुड़ या चीनी – 1 कप आपके स्वादानुसार
- इलायची पाउडर – 1/2 चम्मच
- सूखे मेवे बादाम, काजू, पिस्ता – बारीक कटे हुए, सजावट के लिए
- पानी – आवश्यकतानुसार लोई बनाने के लिए
Instructions
विधि:
- सबसे पहले एक बड़े बर्तन में गेहूं का आटा लें। इसमें 1/2 कप घी डालें और इसे हाथों से अच्छे से मिलाएं, ताकि आटा घी में अच्छी तरह से मिल जाए। इसके बाद थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर सख्त लोई गूंध लें, जैसे बाटी के लिए गूंथते हैं।
- अब इस लोई को छोटे-छोटे गोल आकार में बाटी जैसा बना लें। एक कड़ाही में घी गरम करें और इन बाटियों को धीमी आंच पर सुनहरी और कुरकुरी होने तक तल लें। ध्यान रहे कि बाटियां अंदर से अच्छी तरह पक जाएं।
- तली हुई बाटियों को ठंडा होने दें। जब ये ठंडी हो जाएं, तो इन्हें हाथों से या मिक्सर में दरदरा पीस लें। अब इसे एक बड़े बर्तन में डालें।
- पीसे हुए चूरमा में गुड़ (अगर आप गुड़ का उपयोग कर रहे हैं तो पहले इसे घी में पिघला लें) या चीनी डालें। इसके साथ ही इलायची पाउडर भी मिला दें।
- अब इसमें 1/2 कप पिघला हुआ घी डालें और अच्छी तरह से मिलाएं। अगर आप सूखे मेवे डालना चाहते हैं, तो उन्हें भी इस समय मिला सकते हैं।
- तैयार चूरमा को एक बर्तन में निकालें और ऊपर से कुछ सूखे मेवे छिड़ककर सजाएं। इसे गरम या ठंडा परोस सकते हैं।
Video
Notes
- चूरमा में इस्तेमाल किया गया घी अच्छी गुणवत्ता का होना चाहिए। यह मिठाई के स्वाद को बढ़ाता है और इसे समृद्ध बनाता है।
- अगर आप गुड़ का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो इसे पहले थोड़ा-सा घी में पिघला लें, ताकि इसे चूरमा में मिलाना आसान हो और इसका स्वाद अच्छी तरह से फैल जाए।
- अगर आप चूरमा को बहुत मीठा पसंद नहीं करते, तो चीनी या गुड़ की मात्रा कम कर सकते हैं। आप इसे अपने स्वाद के अनुसार एडजस्ट कर सकते हैं।
- बाटियों को तलते समय आंच मध्यम से धीमी रखें। धीमी आंच पर बाटियां कुरकुरी और अंदर से अच्छी तरह पक जाती हैं।
FAQ
Rajasthani Churma क्या है?
राजस्थानी चूरमा एक पारंपरिक मिठाई है, जो गेहूं के आटे, घी, और गुड़ या चीनी से बनाई जाती है। यह दाल-बाटी के साथ भी परोसी जाती है।
Rajasthani Churma का सेवन करने के क्या लाभ हैं?
चूरमा ऊर्जा का अच्छा स्रोत है, पाचन में सहायक है, हड्डियों को मजबूत बनाता है, और शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करता है।
क्या Rajasthani Churma को स्टोर करके रखा जा सकता है?
हां, चूरमा को एयरटाइट डिब्बे में स्टोर किया जा सकता है, और यह 7-10 दिनों तक ताजा रहता है।
क्या Churma को गुड़ और चीनी दोनों से बनाया जा सकता है?
हां, चूरमा को गुड़ और चीनी दोनों से बनाया जा सकता है। यह पूरी तरह से आपकी पसंद पर निर्भर करता है।
Churma में घी की जगह किसका उपयोग किया जा सकता है?
पारंपरिक रूप से चूरमा में घी का ही उपयोग किया जाता है, लेकिन घी की जगह तेल का उपयोग नहीं किया जाता, क्योंकि इससे स्वाद और पौष्टिकता में कमी आ सकती है।