Mohanthal banane ki vidhi | मोहनथाल कैसे बनता है
Dhruti Lunagariya
मोहनथाल, एक पारंपरिक भारतीय मिठाई है जो विशेष रूप से गुजरात और राजस्थान में लोकप्रिय है। यह मिठाई चने के आटे, घी, और चीनी से बनाई जाती है और अपने समृद्ध स्वाद और मलाईदार बनावट के लिए प्रसिद्ध है। मोहनथल की तैयारी में चने का आटा पहले घी में अच्छे से सेंका जाता है, जब तक इसका रंग सुनहरा और खुशबूदार न हो जाए। फिर इसमें गर्म दूध और चीनी मिलाकर धीमी आंच पर पकाया जाता है, जब तक मिश्रण गाढ़ा और ठोस न हो जाए। पकने के बाद, इसे ठंडा करके छोटे टुकड़ों में काटा जाता है। मोहनथल का स्वाद मीठा, मलाईदार और समृद्ध होता है, जो विशेष अवसरों और त्योहारों पर इसे एक आदर्श मिठाई बनाता है।
Prep Time 10 minutes mins
Cook Time 20 minutes mins
Total Time 30 minutes mins
Course Main Course
Cuisine Indian
Servings 8 people
Calories 310 kcal
सामग्री:
- बेसन चने का आटा - 1 कप
- घी - 1/2 कप या आवश्यकता अनुसार
- चीनी - 1 कप
- पानी - 1/2 कप
- दूध - 1/2 कप
- इलायची पाउडर - 1/2 चम्मच
- कटे हुए मेवे जैसे बादाम, काजू - 2 टेबलस्पून
- किशमिश - 2 टेबलस्पून
- केसर वैकल्पिक - कुछ स्ट्रैंड
- बेकिंग सोडा - एक चुटकी वैकल्पिक, नरम बनावट के लिए
- नमक - एक चुटकी
विधि:
एक ट्रे या डिश को घी से ग्रीस करें और अलग रख दें।
एक कढ़ाई में मध्यम आंच पर घी गरम करें।
उसमें बेसन डालें और लगातार हिलाते हुए भूनें। बेसन को सुनहरा भूरा होने तक भूनें, जब तक कि उसकी खुशबू आने लगे (लगभग 10-15 मिनट)।
इस दौरान एक और पैन में चीनी और पानी डालें।
गर्म करें जब तक चीनी पूरी तरह से घुल न जाए और चाशनी एक तार की स्थिरता तक न पहुँच जाए। यदि उपयोग कर रहे हैं तो केसर डालें।
चाशनी तैयार होने के बाद गैस बंद कर दें।
जब बेसन अच्छे से भुन जाए, धीरे-धीरे दूध डालें और अच्छे से मिला लें।
फिर चीनी की चाशनी डालें और लगातार हिलाते रहें ताकि कोई गांठ न बने और सब कुछ अच्छे से मिल जाए।
इलायची पाउडर और एक चुटकी नमक डालें।
अच्छे से मिला लें और कुछ मिनट और पकाएं जब तक मिश्रण गाढ़ा न हो जाए और कढ़ाई के किनारे से न छूटने लगे।
कटे हुए मेवे और किशमिश डालें और अच्छे से मिला लें।
मिश्रण को ग्रीस की हुई ट्रे में डालें और एक समान फैलाएँ।
ठंडा होने और सेट होने के लिए छोड़ दें। ठंडा होने पर यह ठोस हो जाएगा।
पूरी तरह से ठंडा होने के बाद मोहनथाल को टुकड़ों में काटें और सर्व करें।
- बेसन को अच्छे से भूनना आवश्यक है ताकि कच्चे स्वाद से बचा जा सके। इसका रंग गहरा सुनहरा होना चाहिए और मिश्रण से सुगंध आनी चाहिए।
- चाशनी डालते समय लगातार हिलाते रहने से गांठें नहीं बनती हैं।
- यदि आप नरम टेक्सचर पसंद करते हैं, तो बेसन भूनते समय एक चुटकी बेकिंग सोडा डाल सकते हैं।
- मोहनथाल को पूरी तरह ठंडा होने के बाद ही काटें, ताकि साफ-सुथरे टुकड़े मिल सकें और सही टेक्सचर हो।
Keyword mohan thal, mohanthal, mohanthal banane ki vidhi, mohanthal banavani rit, mohanthal in hindi, mohanthal kaise banaen, mohanthal ke fayde, mohanthal recipe, mohanthal recipe gujarati, mohanthal recipe hindi, recipe of mohanthal in hindi