हेलो दोस्तों स्वागत है हमारी नई पोस्ट में आज की पोस्ट में, मैं आपको बताऊंगा दूधी हलवा रेसिपी Dudhi Halwa Recipe in hindi कैसे बनाते है और इसे बनाना भी बहुत ही आसान है। यह खाने में भी बहुत स्वादिष्ट है। आज हम आपको यह बताएँगे की मार्केट जैसी Dudhi Halwa banane ki vidhi और इसे बनाने हम किस-किस सामग्री का उपयोग और Dudhi Halwa ke fayde और इसके बारें में भी detail से जानेंगे। यह झटपट बनकर तैयार हो जाता है इसे बारीक कटे प्याज,और टमाटर के साथ बनाया जाता है अगर आप इस रेसिपी को स्टेप बाई स्टेप फॉलो करते हैं तो आप Dudhi Halwa Recipe in Hindi बहुत आसानी से घर पर बना सकते हैं। इस रेसिपी के माध्यम से आप के समय की बचत तो होगी ही साथ ही साथ आपको एक स्वस्थ और पोषक (healthy and nutritious) सब्जी भी खाने को मिलेगी।
Dudhi Halwa का संक्षिप्त परिचय
दूधी हलवा (जिसे लौकी का हलवा भी कहा जाता है) एक पारंपरिक भारतीय मिठाई है, जिसे खास अवसरों, त्योहारों और भोजन के बाद मिठाई के रूप में परोसा जाता है। यह मिठाई लौकी (जिसे अंग्रेजी में बॉटल गॉर्ड या कद्दू कहते हैं), दूध, घी, चीनी और सूखे मेवों के संयोजन से बनाई जाती है। इसका स्वाद हल्का, मीठा और बेहद सुकून देने वाला होता है, जो भारतीय मिठाइयों में अपनी एक खास जगह रखता है।
दूधी हलवा बनाने के लिए मुख्य रूप से ताजा लौकी का उपयोग किया जाता है। लौकी को छीलकर कद्दूकस किया जाता है और फिर इसे धीमी आंच पर घी में भूनकर पकाया जाता है। इसके बाद दूध और चीनी मिलाकर इसे तब तक पकाया जाता है जब तक मिश्रण गाढ़ा और क्रीमी न हो जाए। इसके साथ-साथ इसमें इलायची का स्वाद मिलाया जाता है, जो हलवे को एक सुगंधित और स्वादिष्ट अनुभव प्रदान करता है। अंत में, सूखे मेवे जैसे काजू, बादाम और किशमिश डालकर इसे सजाया जाता है, जो न केवल इसका पोषण बढ़ाते हैं बल्कि इसे और भी स्वादिष्ट बनाते हैं।
लौकी का हलवा खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, उतना ही सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। लौकी में 90% से अधिक पानी होता है, जिससे यह हल्का और पचने में आसान होता है। इसमें कम कैलोरी और अधिक फाइबर होता है, जो इसे एक हेल्दी मिठाई बनाता है। दूध में कैल्शियम और प्रोटीन होते हैं, जो इसे और भी पौष्टिक बना देते हैं। साथ ही, सूखे मेवे हलवे में विटामिन और मिनरल्स की मात्रा बढ़ाते हैं, जिससे यह मिठाई स्वाद के साथ-साथ सेहतमंद भी बन जाती है।
भारत में दूधिया हलवा खासकर उत्तर भारत में लोकप्रिय है और इसे ज्यादातर त्योहारों जैसे दिवाली, होली, जन्मदिन और शादी-ब्याह के अवसरों पर बनाया जाता है। यह मिठाई न केवल घर में बनाई जाती है बल्कि रेस्टोरेंट और मिठाई की दुकानों में भी बड़ी लोकप्रियता के साथ बेची जाती है। पारंपरिक मिठाई होने के बावजूद, इसे नए और हेल्दी तरीकों से भी तैयार किया जा सकता है, जैसे चीनी की मात्रा कम करके, या गुड़ का उपयोग करके इसे और पौष्टिक बनाया जा सकता है।
Dudhi Halwa ke fayde
- पोषक तत्वों से भरपूर: लौकी में विटामिन C, विटामिन B, और खनिज जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम होते हैं, जो शरीर के लिए बहुत लाभकारी हैं। दूध और सूखे मेवे के साथ मिलकर यह हलवा एक संपूर्ण पोषण प्रदान करता है।
- पाचन में सहायक: लौकी में फाइबर की उच्च मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है। यह पेट की समस्याओं जैसे कब्ज और एसिडिटी से राहत दिला सकता है।
- वजन घटाने में मददगार: लौकी में 90% से अधिक पानी होता है और कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है, इसलिए यह हलवा वजन घटाने वालों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। यह हल्का और पौष्टिक होता है, जो भूख को संतुष्ट करता है।
- दिल की सेहत के लिए फायदेमंद: लौकी का सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसमें मौजूद पोटैशियम और मैग्नीशियम दिल की सेहत को बेहतर बनाने और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
- हड्डियों को मजबूत बनाता है: दूध में मौजूद कैल्शियम और प्रोटीन हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। सूखे मेवे जैसे बादाम और काजू भी हड्डियों के लिए अच्छे होते हैं।
- त्वचा और बालों के लिए लाभकारी: लौकी में विटामिन C की मात्रा होती है, जो त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद है। यह त्वचा को चमकदार और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। इसके साथ ही, सूखे मेवे बालों की सेहत के लिए भी अच्छे होते हैं।
- डायबिटीज के लिए अच्छा विकल्प: लौकी का हलवा अगर कम चीनी या बिना चीनी के बनाया जाए, तो यह मधुमेह के रोगियों के लिए भी एक स्वस्थ विकल्प हो सकता है। लौकी रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है।
- शरीर को ठंडक पहुंचाता है: लौकी की तासीर ठंडी होती है, इसलिए इसका सेवन गर्मियों में शरीर को ठंडक पहुंचाने में मदद करता है। यह शरीर से अतिरिक्त गर्मी को दूर कर ताजगी का अहसास कराता है।
- एनर्जी बूस्टर: इसमें मौजूद घी और दूध शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं। सूखे मेवे भी शरीर को आवश्यक ऊर्जा और पोषण देते हैं, जिससे आप लंबे समय तक ऊर्जावान बने रहते हैं।
- डिटॉक्स में सहायक: लौकी शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करती है और लिवर को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होती है।
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दूधी हलवा रेसिपी| Dudhi Halwa recipe in hindi
Ingredients
दूधी हलवा के लिए सामग्री:
- लौकी दूधी – 1 बड़ी (कद्दूकस की हुई)
- दूध – 2 कप
- घी – 3 बड़े चम्मच
- चीनी – 1/2 कप या स्वादानुसार
- इलायची पाउडर – 1/2 छोटा चम्मच
- काजू – 10-12 कटे हुए
- बादाम – 10-12 कटे हुए
- किशमिश – 2 बड़े चम्मच
- पिस्ता – 1 बड़ा चम्मच वैकल्पिक
- खोया मावा – 1/2 कप (वैकल्पिक)
Instructions
दूधी हलवा बनाने की विधि:
- सबसे पहले लौकी को छीलकर कद्दूकस कर लें। कद्दूकस की हुई लौकी को हल्के से दबाकर अतिरिक्त पानी निकाल लें, ताकि हलवा बनाने में आसानी हो और समय कम लगे।
- एक कढ़ाई में 2 बड़े चम्मच घी गरम करें। उसमें कद्दूकस की हुई लौकी डालें और धीमी आंच पर तब तक भूनें जब तक लौकी का रंग हल्का न हो जाए और उसमें से कच्ची महक निकलना बंद हो जाए।
- अब भुनी हुई लौकी में 2 कप दूध डालें और उसे धीमी आंच पर पकने दें। इसे बीच-बीच में चलाते रहें ताकि दूध जले नहीं। जब दूध आधा हो जाए और लौकी पूरी तरह से पक जाए, तो अगला कदम उठाएं।
- अब इसमें चीनी और खोया (मावा) डालें और इसे अच्छी तरह से मिलाएं। चीनी डालने के बाद हलवे का मिश्रण पतला हो सकता है, इसलिए इसे मध्यम आंच पर पकाएं जब तक हलवा गाढ़ा न हो जाए और घी छोड़ने लगे।
- जब हलवा गाढ़ा हो जाए और अच्छी तरह से पक जाए, तब इसमें इलायची पाउडर और भुने हुए काजू, बादाम, किशमिश डालें। इन्हें अच्छी तरह मिलाकर हलवे को 2-3 मिनट और पकाएं ताकि सभी स्वाद एकसाथ मिल जाएं।
- हलवा जब घी छोड़ने लगे और एक समृद्ध, क्रीमी टेक्सचर आ जाए, तब इसे गैस से उतार लें। ऊपर से पिस्ता डालकर सजाएं और गरम या ठंडा परोसें।
Video
Notes
- हमेशा ताजगी से भरी और नरम लौकी का उपयोग करें। पुरानी और सख्त लौकी का स्वाद हलवे में कड़वा आ सकता है।
- लौकी में अधिक पानी होता है, इसलिए कद्दूकस करने के बाद इसे हल्का निचोड़ लें ताकि हलवा ज्यादा गीला न बने।
- हलवे को धीमी आंच पर पकाना आवश्यक है ताकि लौकी अच्छे से गल जाए और दूध के साथ पूरी तरह से मिल जाए। इससे स्वाद भी गहरा होता है।
- खोया (मावा) डालने से हलवे का स्वाद और भी समृद्ध हो जाता है। अगर खोया उपलब्ध न हो, तो इसे छोड़ भी सकते हैं।
- चीनी डालने के बाद हलवा थोड़ा पतला हो सकता है, इसलिए इसे फिर से गाढ़ा होने तक पकाएं। अगर हलवा पतला लगे, तो अधिक देर तक पकाएं।
FAQ
क्या Dudhi Halwa हेल्दी होता है?
हां, दूधी हलवा पौष्टिक होता है क्योंकि लौकी में कम कैलोरी होती है और यह फाइबर, विटामिन C, और मिनरल्स से भरपूर होती है। इसे घी, दूध, और सूखे मेवों के साथ बनाया जाता है, जो इसे और भी हेल्दी बनाते हैं।
क्या Dudhi Halwa में खोया का उपयोग जरूरी है?
नहीं, खोया का उपयोग वैकल्पिक है। खोया डालने से हलवे का स्वाद समृद्ध और क्रीमी हो जाता है, लेकिन बिना खोया के भी इसे स्वादिष्ट बनाया जा सकता है।
Dudhi Halwa को कितने दिनों तक स्टोर किया जा सकता है?
दूधी हलवा को फ्रिज में 4-5 दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है। इसे गर्म करने के बाद दोबारा खाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
क्या Dudhi Halwa में चीनी की जगह गुड़ का उपयोग किया जा सकता है?
हां, आप चीनी की जगह गुड़ का उपयोग कर सकते हैं। इससे हलवा और भी पौष्टिक बन जाता है और इसमें एक अलग मिठास आ जाती है।
क्या Dudhi Halwa में सूखे मेवे जरूरी हैं?
नहीं, सूखे मेवे वैकल्पिक हैं। हालांकि, वे हलवे में पोषण और स्वाद का स्तर बढ़ाते हैं, लेकिन बिना मेवों के भी यह स्वादिष्ट होता है।
Dudhi Halwa क्यों कड़वा हो सकता है?
यदि लौकी कड़वी है, तो हलवा भी कड़वा हो सकता है। इसलिए, लौकी को काटने से पहले उसका छोटा टुकड़ा चखकर देखें कि वह कड़वी तो नहीं है।