Makki ki roti recipe in hindi| मक्की की रोटी रेसिपी

मक्की की रोटी एक पारंपरिक पंजाबी और उत्तर भारतीय व्यंजन है, जो खासतौर पर सर्दी के मौसम में खाई जाती है। इसे मक्के के आटे से बनाया जाता है, जो गेहूं के आटे से अलग और पौष्टिक होता है। मैं आपको बताऊंगा मक्की की रोटी रेसिपी Makki ki roti Recipe in hindi कैसे बनाते है और इसे बनाना भी बहुत ही आसान है। यह मक्खन, मैदा, चीनी और बेकिंग सामग्री के साथ बने एक आसान और सरल एगलेस स्वादिष्ट केक रेसिपी है। यह खाने में भी बहुत स्वादिष्ट है। आज हम आपको यह बताएँगे की मार्केट जैसी Makki ki roti banane ki vidhi और इसे बनाने हम किस-किस सामग्री का उपयोग और Makki ki roti ke fayde और इसके बारें में भी detail से जानेंगे। इसे बिना ओवन के स्टील कप में प्रेशर कुकर के साथ बना सकते है। यह झटपट बनकर तैयार हो जाता है मक्की की रोटी का स्वाद हल्का मीठा और नरम होता है, जिसे तवे पर घी या मक्खन के साथ तला जाता है। यह रोटी आमतौर पर सरसों के साग, दही, और अचार के साथ खाई जाती है। मक्की की रोटी न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि इसमें फाइबर और अन्य पोषक तत्व भी भरपूर होते हैं। अगर आप इस रेसिपी को स्टेप बाई स्टेप फॉलो करते हैं तो आप Makki ki roti Recipe in Hindi बहुत आसानी से घर पर बना सकते हैं। इस रेसिपी के माध्यम से आप के समय की बचत तो होगी ही साथ ही साथ आपको एक स्वस्थ और पोषक (healthy and nutritious) सब्जी भी खाने को मिलेगी।

Makki ki roti का संक्षिप्त परिचय

मक्की की रोटी उत्तर भारत, खासकर पंजाब और हरियाणा का एक पारंपरिक और प्रसिद्ध व्यंजन है। यह सर्दी के मौसम में विशेष रूप से खाई जाती है और इसके साथ सरसों का साग, दही और अचार का स्वाद एक बेहतरीन संयोजन बनाता है। मक्की की रोटी मक्के के आटे से बनाई जाती है, जो प्राचीन काल से भारतीय खाद्य संस्कृति का हिस्सा रहा है। मक्का एक प्रमुख अनाज है, जिसे मुख्य रूप से गर्मी में उगाया जाता है, और यह खासतौर पर उन इलाकों में पाया जाता है, जहां अनाज की खेती होती है।

मक्की का आटा गेहूं के आटे से भिन्न होता है, क्योंकि यह हल्का पीला और स्वाद में थोड़ा मीठा होता है। मक्की की रोटी बनाने के लिए मक्के के आटे में पानी और नमक मिलाकर गूंधा जाता है, फिर इसे बेलन से बेलकर तवे पर घी या तेल से तला जाता है। मक्की का आटा ग्लूटन रहित होता है, इस वजह से इसे बेलना थोड़ा कठिन हो सकता है, लेकिन इसका स्वाद बहुत ही खास और लाजवाब होता है। इसे तवे पर दोनों तरफ से अच्छे से सेंका जाता है, जिससे रोटी में हल्का क्रिस्पीपन आ जाता है।

मक्की की रोटी का स्वाद बहुत ही अलग और खास होता है। इसमें गेहूं की रोटियों जैसा नरमपन नहीं होता, बल्कि यह थोड़ी मोटी और क्रंची होती है। मक्का न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि यह बहुत पोषक भी है। मक्की के आटे में फाइबर, प्रोटीन, विटामिन B, और आयरन की अच्छी मात्रा होती है, जो शरीर के लिए फायदेमंद है। यह रोटी पेट की समस्याओं को भी ठीक करने में मदद करती है और पाचन को बेहतर बनाती है। इसके अतिरिक्त, मक्का ऊर्जा का अच्छा स्रोत है और यह शरीर को गर्मी प्रदान करता है, इसलिए सर्दी के मौसम में इसे खासतौर पर खाया जाता है।

Makki ki roti ke fayde

मक्की की रोटी के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं, जो इसे एक बेहतरीन और पौष्टिक आहार विकल्प बनाते हैं। यहां मक्की की रोटी के कुछ मुख्य फायदे दिए गए हैं:

  1. पौष्टिक तत्वों से भरपूर: मक्की का आटा आयरन, फाइबर, विटामिन B, और मिनरल्स जैसे फास्फोरस और जिंक से भरपूर होता है, जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। यह शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करता है और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है।
  2. पाचन में मददगार: मक्की में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को मजबूत करता है। यह कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद करता है और आंतों की सफाई करता है।
  3. ग्लूटन-फ्री: मक्की का आटा ग्लूटन-मुक्त होता है, इसलिए यह उन लोगों के लिए आदर्श है, जिन्हें ग्लूटन से एलर्जी होती है या जो ग्लूटन-फ्री आहार का पालन करते हैं।
  4. हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: मक्की में मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स दिल के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं। यह रक्तचाप को नियंत्रित करने और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित करने में सहायक है।
  5. वजन घटाने में सहायक: मक्की की रोटी में फाइबर अधिक होता है, जो पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखता है और ओवरईटिंग से बचाता है। यह वजन घटाने में मदद कर सकती है क्योंकि यह कम कैलोरी वाली होती है और पाचन में मदद करती है।
  6. हड्डियों की सेहत: मक्की में कैल्शियम और फास्फोरस पाया जाता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। यह विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि यह हड्डियों की ताकत को बनाए रखने में मदद करता है।
  7. त्वचा के लिए फायदेमंद: मक्की में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन B त्वचा को स्वस्थ रखने और निखारने में मदद करते हैं। यह त्वचा की जलन और सूजन को कम करने में मदद करता है।
  8. मधुमेह के लिए उपयुक्त: मक्की की रोटी मधुमेह के रोगियों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकती है, क्योंकि इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है।
  9. ऊर्जा का अच्छा स्रोत: मक्की की रोटी एक अच्छे कार्बोहाइड्रेट स्रोत के रूप में कार्य करती है, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है। यह दिनभर की सक्रियता बनाए रखने में मदद करती है।
  10. दिल के लिए फायदेमंद: मक्की में फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जो दिल की बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद करते हैं। यह रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक है।
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Makki ki roti recipe in hindi| मक्की की रोटी रेसिपी

Dhruti Lunagariya
मक्की की रोटी का सेवन विशेष रूप से सर्दियों में किया जाता है, क्योंकि यह शरीर को गर्म रखने में मदद करती है। इसे आमतौर पर सरसों के साग, जो खासतौर पर पंजाब में उगाए जाते हैं, के साथ खाया जाता है। सरसों का साग और मक्की की रोटी का संयोजन स्वाद और सेहत दोनों के लिहाज से बहुत फायदेमंद होता है। इसके अलावा, इसे दही, अचार या मक्कन के साथ भी परोसा जा सकता है, जो इसे और भी स्वादिष्ट बनाता है। इस रोटी की खास बात यह है कि यह पारंपरिक भारतीय भोजन का हिस्सा है और हर मौसम में इसकी अहमियत होती है, लेकिन सर्दी के मौसम में यह विशेष रूप से खाई जाती है। मक्की की रोटी न केवल स्वाद में लाजवाब होती है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य को भी पोषक तत्वों से भरपूर बनाती है, जिससे यह भारतीय रसोई का एक अहम हिस्सा बन गई है।
Prep Time 10 minutes
Cook Time 5 minutes
Total Time 15 minutes
Course Dinner
Cuisine Indian
Servings 4 people
Calories 280 kcal

Ingredients
  

मक्की की रोटी बनाने के लिए सामग्री

  • मक्के का आटा – 2 कप
  • पानी – आवश्यकतानुसार
  • नमक – स्वाद अनुसार
  • घी या तेल – तवे पर लगाने के लिए वैकल्पिक
  • ताजे धनिये की पत्तियाँ वैकल्पिक – 1-2 चमच

Instructions
 

विधि

  • सबसे पहले मक्के के आटे को एक बर्तन में निकालें। इसमें स्वाद अनुसार नमक डालें। अब धीरे-धीरे पानी डालते हुए आटा गूंथ लें। आटा न ज्यादा सख्त होना चाहिए और न बहुत मुलायम। थोड़ा सा नरम आटा गूंथें ताकि रोटी आसानी से बेल सकें।
  • आटे से छोटे-छोटे गोले बना लें। अब इन गोले को बेलन से बेल लें। ध्यान रखें कि रोटी ज्यादा पतली न हो, क्योंकि मक्की का आटा थोड़ा मोटा होता है। यदि आटा चिपक रहा हो तो हाथों में थोड़ी सी सूखी मक्की का आटा लगा सकते हैं।
  • अब एक तवा या तवे को मध्यम आंच पर गर्म करें। जब तवा गरम हो जाए, तो रोटी को तवे पर डालें। रोटी को एक तरफ से सेंकने के बाद, इसे पलट दें। जब दूसरी तरफ हल्का सा रंग बदलने लगे, तो रोटी को पलटकर घी या तेल लगाकर दूसरी तरफ सेंकें। रोटी को दोनों तरफ से अच्छे से सेंकने तक पकाएँ, ताकि रोटी कुरकुरी और सुनहरी हो जाए।
  • मक्की की रोटी तैयार है। इसे गर्मागर्म सरसों के साग, दही, अचार या मक्खन के साथ परोसें। यह सर्दी के मौसम में खासतौर पर स्वादिष्ट होती है।

Video

Notes

  • आटा गूंथते समय पानी धीरे-धीरे डालें, ताकि आटा न ज्यादा गीला हो और न ज्यादा सूखा। अगर आटा गीला हो तो रोटी बेलने में कठिनाई हो सकती है।
  • बेलन से बेलते समय यदि आटा चिपक रहा हो तो सूखे मक्की के आटे का उपयोग करें।
  • रोटी को ज्यादा न दबाएं जब तवा गर्म हो, तो रोटी को हल्के हाथ से दबाकर सेंकें ताकि रोटी में हवा भर जाए और वह ज्यादा नरम बने।
  • तवे को अच्छे से गर्म करें। तवा ज्यादा ठंडा होगा तो रोटी अच्छी तरह से नहीं पकेगी, और तवा ज्यादा गरम होगा तो रोटी जल सकती है।
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FAQ

क्या Makki ki roti बनाने के लिए केवल मक्के का आटा चाहिए?

हां, मक्की की रोटी बनाने के लिए मुख्य रूप से मक्के का आटा ही चाहिए। इसमें गेहूं का आटा या कोई अन्य आटा नहीं डाला जाता है। हालांकि, कुछ लोग इसे थोड़ा मुलायम बनाने के लिए थोड़ा सा गेहूं का आटा मिला सकते हैं।

Makki ki roti बेलने में कठिनाई क्यों होती है?

मक्के का आटा ग्लूटन-मुक्त होता है, जिससे यह बेलने में थोड़ी कठिनाई हो सकती है। इसे बेलने के लिए आप आटे में थोड़ा पानी डालकर आटा गूंथ लें और सूखा मक्की का आटा इस्तेमाल करें।

क्या Makki ki roti ग्लूटन-फ्री होती है?

हां, मक्की का आटा ग्लूटन-मुक्त होता है, इसलिए मक्की की रोटी ग्लूटन-फ्री होती है। यह उन लोगों के लिए आदर्श है, जिन्हें ग्लूटन से एलर्जी है।

क्या Makki ki roti को फ्रिज में रखा जा सकता है?

हां, मक्की की रोटी को फ्रिज में एक-दो दिन तक रखा जा सकता है। इसे एक एयरटाइट कंटेनर में रखें और फिर माइक्रोवेव या तवे पर गरम करें।

क्या Makki ki roti वजन घटाने में मदद करती है?

हां, मक्की की रोटी में उच्च फाइबर और कम कैलोरी होती है, जो पाचन को सुधारती है और पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखती है, जिससे वजन घटाने में मदद मिल सकती है।

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Hello friends, my name is Dhruti Lunagariya. I am the author and founder of Through the website Hubrecipes and this website I will share all the information related to the best way to make recipes in limited time and less effort.

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